” गूगल -सार ..अमृत वाणी ( व्यंग ) “
डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
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आइ राति मे “गूगल देवता “सँ साक्षात दर्शन भ गेल ! हम साष्टांग दंडवत केलहुँ !…जेना उठि हम ठाड़ होइत छी त हुनक विराट स्वरुप क झाँखि देखि अचंभित भ गेलहूँ ………जहिना महाभारतक युध्य भूमि मे भगवान कृष्णक विराट स्वरुप देखि अर्जुन अप्पन गांडीव हुनका चरण कमल मे राखि दूनू हाथ जोड़ने आ ठेहुन रोपने बैस गेलाह .तहिना दृश्य छल …हम अर्जुन बनल रहि आ “गूगल देवता ” साक्षात् भगवान् कृष्ण ! मुदा वो शंख ,चक्र ,गदा ,धनुष ,वाण ,बज्र इत्यादि नहि धारण केने छलाह …..हुनका माथ पर दमकैत -चमकैत गूगल वला मुकुट चमकि रहल छलनि …दुनू हाथ मे लैपटॉप छलनि आर सहस्त्रो हाथ विभिन्य एप्प सँ सुसज्जित छल …..सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड मे हुंकारक ध्वनि गुंजि रहल छल ……हमर शिष्ट्ता सँ प्रसन्य भय पुछलनि ” की शंका अछि ? ……किया आहाँ शिथिल भय अप्पन एनरोइड मोबाइल टेलीफोन अस्त्र भूमिशस्त्र किया क देलिए ?…….हम द्रवित भय कहलियनि “प्रभु !….हमर फेसबुक अखनोधरि धुरंधर यौध्या सँ बंचित अछि ….हम अप्पन प्रदर्शन केना करब ?……कोनो “गूगल सार ” देल जाऊ !” गूगल देवता शांत चित भ कहला ….”बस वत्स !…..एतेबे संशय ?…..लिय मंत्र आ उपदेश ………..सबकेँ फ्रेंड रिक्वेस्ट पठाउ …..आनक फ्रेंड रिक्वेस्ट केँ सदैव स्वीकार करू …..कियो जे आहाँकेँ पत्र लिखता तकर जवाब कखनो नहि दी …….आहाँ अप्पन मंगलाहा चांगलाहा पोस्ट केँ पोस्ट करैत रहू ………आनक पोस्ट खूब शेयर करू ……..कखनो -कखनो किनको पोस्ट केँ कॉपी क लिय आ अप्पन नाम सँ कतो आन ठाम पोस्ट करबाक अभ्यास बनने रखू …….अप्पन …..जन्म दिन …..विवाहक वर्षगांठ। …….बच्चा बुचि क जन्म दिन केँ अवश्य पोस्ट करू……….. आनक चिंता जूनि करू ….विशेष जे कनि बेसी तंग कोनो सहकर्मी करैत छथि त ….लाइक …..लव इत्यादि वाला एप्प क प्रयोग करबाक अछि ……आइ कल्हि त ….प्रणाम फोटो ……आशीर्वादक फोटो ……… ताली बजाबय वाला फोटो ….जखन हम देने छी तखन आहाँ श्रेष्ठ केँ प्रणाम लिखि अभिवादन किया करब ?………आब निश्यचिंत रहू किछु दिन उपरांत हम एहन एप्प क अविष्कार क रहल छी बिना प्रयत्न केने आहाँ कौरव सैन्य क संगठन क सकैत छी “………एतबे मे हमर नींद टूटि गेल …….चलू जे शिक्षा भेटल हमरा ……..बहुत भेटल !
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डॉ लक्ष्मण झा “परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
एस ० पी ० कॉलेज रोड
दुमका
झारखण्ड
भारत