Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Mar 2023 · 1 min read

“गुरुर मत करो”

“गुरुर मत करो”

क्या लेकर आये है
क्या लेकर जाएंगे ।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।।

बन्द मुट्ठी आये थे
खुले करके जाएंगे।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।।

रिश्ता निभाने चले थे
बेवफा बनके जाएंगे।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।।

अरे नफरत अगर मुझसे है
तो दूर हम चल जाएंगे।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।।

गुरुर किस बात की है गुरु
एक दिन मिट्टी में मील जाएंगे।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।।

अच्छे कर्म कर ले भाई
तेरे गुड़गान गवाएंगे।
बिन कोई सन्देश दिए
वापस हम लौट जाएंगे।

Language: Hindi
300 Views

You may also like these posts

संवेदना...2
संवेदना...2
Neeraj Agarwal
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
गुजरते लम्हों से कुछ पल तुम्हारे लिए चुरा लिए हमने,
Hanuman Ramawat
"जुल्मो-सितम"
Dr. Kishan tandon kranti
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
“कभी मन करे तो कुछ लिख देना चाहिए
Neeraj kumar Soni
कौन है सबसे विशाल ?
कौन है सबसे विशाल ?
उमा झा
इंसान हो या फिर पतंग
इंसान हो या फिर पतंग
शेखर सिंह
वृक्ष होते पक्षियों के घर
वृक्ष होते पक्षियों के घर
Indu Nandal
राम का न्याय
राम का न्याय
Shashi Mahajan
जीवनचक्र
जीवनचक्र
Sonam Puneet Dubey
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
यूज़ एंड थ्रो कंटेनर्स
ओनिका सेतिया 'अनु '
" একে আমি বুকে রেখে ছী "
DrLakshman Jha Parimal
इंसानियत
इंसानियत
साहित्य गौरव
दिल कि आवाज
दिल कि आवाज
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
kavita
kavita
Rambali Mishra
दीदार-ए-इश्क
दीदार-ए-इश्क
Vivek saswat Shukla
अनुपम पल्लव प्रेम का
अनुपम पल्लव प्रेम का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
इंसान और गलतियां
इंसान और गलतियां
पूर्वार्थ
सिलसिला शायरी से
सिलसिला शायरी से
हिमांशु Kulshrestha
Team India
Team India
Aruna Dogra Sharma
*होली*
*होली*
Dr. Priya Gupta
अवसर तलाश करते हैं
अवसर तलाश करते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
మువ్వగోపాల మురళీధరాయ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
3376⚘ *पूर्णिका* ⚘
3376⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
प्रेयसी
प्रेयसी
Ashwini sharma
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
नज़्म _मिट्टी और मार्बल का फर्क ।
Neelofar Khan
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
भारत का सामार्थ्य जब भी हारा
©️ दामिनी नारायण सिंह
◆केवल बुद्धिजीवियों के लिए:-
◆केवल बुद्धिजीवियों के लिए:-
*प्रणय*
मौसम बरसात का
मौसम बरसात का
Shutisha Rajput
आपकी याद जब नहीं है तो क्यूं,
आपकी याद जब नहीं है तो क्यूं,
Dr fauzia Naseem shad
Loading...