गुब्बारा फूला, नर्म पड़ा व फटा l
गुब्बारा फूला, नर्म पड़ा व फटा l
यह सत्य ना टूटा, ना है अटपटा ll
प्यास, जिंदगी में जो लगा अटपटा l
धीरे धीरे, अटपटापन है घटा ll
अरविन्द व्यास “प्यास”
गुब्बारा फूला, नर्म पड़ा व फटा l
यह सत्य ना टूटा, ना है अटपटा ll
प्यास, जिंदगी में जो लगा अटपटा l
धीरे धीरे, अटपटापन है घटा ll
अरविन्द व्यास “प्यास”