गुबार
जमाने ने हमारे बस आंसू देखे है ,
हमारे दिल के गुबार नही देखे ।
जिस दिन यह तूफान बनकर बाहर निकले,
कसम से ! कयामत आ जायेगी।
जमाने ने हमारे बस आंसू देखे है ,
हमारे दिल के गुबार नही देखे ।
जिस दिन यह तूफान बनकर बाहर निकले,
कसम से ! कयामत आ जायेगी।