** गुनाह तो नहीं था **
14.5.17 दोपहर 1.41
मेरा इश्क महज़ एक हादसा तो नहीं था
जुल्म करे मैं ऐसा बादशाह तो नहीं था
मांगे अब किस गुनाह की सज़ा ऐ ख़ुदा
रूह से रूह का मिलना गुनाह तो नहीं था
?मधुप बैरागी
14.5.17 दोपहर 1.41
मेरा इश्क महज़ एक हादसा तो नहीं था
जुल्म करे मैं ऐसा बादशाह तो नहीं था
मांगे अब किस गुनाह की सज़ा ऐ ख़ुदा
रूह से रूह का मिलना गुनाह तो नहीं था
?मधुप बैरागी