गुट बंदी के भेद में , घिरे वीर हनुमान
गुटबन्दी के भेद में , घिरे वीर हनुमान ,
नेता जी अब कर रहे , वर्गीकृत भगवान
वर्गीकृत भगवान , खेल तो नेता खेलें ,
घातक हों परिणाम , इसे हम नित प्रति झेलें ।
कह प्रवीण कविराय , काम इन का छल छंदी ,
समझे अब जन जाति , काम इन का गुट बंदी ।
डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ,
सीतापुर ।