Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jan 2023 · 1 min read

गुज़रा है वक़्त लेकिन

लम्हों की हमसे अहमियत
पूछे न अब कोई ।
गुज़रा है वक़्त लेकिन
जो गुज़रा नहीं कभी ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
11 Likes · 1 Comment · 245 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
"आओ मिलकर दीप जलायें "
Chunnu Lal Gupta
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
उतरे हैं निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
बिगड़ता यहां परिवार देखिए........
SATPAL CHAUHAN
बेटी दिवस पर
बेटी दिवस पर
डॉ.सीमा अग्रवाल
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
अपराधियों ने जमा ली सियासत में पैठ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जय श्री कृष्णा राधे राधे
जय श्री कृष्णा राधे राधे
Shashi kala vyas
दिल से रिश्ते
दिल से रिश्ते
Dr fauzia Naseem shad
गीतांश....
गीतांश....
Yogini kajol Pathak
दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें।
दो कदम लक्ष्य की ओर लेकर चलें।
surenderpal vaidya
जिंदगी रूठ गयी
जिंदगी रूठ गयी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कृष्ण चतुर्थी भाद्रपद, है गणेशावतार
कृष्ण चतुर्थी भाद्रपद, है गणेशावतार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
2923.*पूर्णिका*
2923.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
शाम हो गई है अब हम क्या करें...
राहुल रायकवार जज़्बाती
अभी कुछ बरस बीते
अभी कुछ बरस बीते
shabina. Naaz
अपने साथ तो सब अपना है
अपने साथ तो सब अपना है
Dheerja Sharma
किसी नौजवान से
किसी नौजवान से
Shekhar Chandra Mitra
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
लोग महापुरुषों एवम् बड़ी हस्तियों के छोटे से विचार को भी काफ
Rj Anand Prajapati
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
*संपूर्ण रामचरितमानस का पाठ/ दैनिक रिपोर्ट*
Ravi Prakash
#व्यंग्य-
#व्यंग्य-
*Author प्रणय प्रभात*
गौरवशाली भारत
गौरवशाली भारत
Shaily
तमगा
तमगा
Bodhisatva kastooriya
बिखरने की सौ बातें होंगी,
बिखरने की सौ बातें होंगी,
Vishal babu (vishu)
लोककवि रामचरन गुप्त मनस्वी साहित्यकार +डॉ. अभिनेष शर्मा
लोककवि रामचरन गुप्त मनस्वी साहित्यकार +डॉ. अभिनेष शर्मा
कवि रमेशराज
प्रकृति
प्रकृति
Monika Verma
"अगली राखी आऊंगा"
Lohit Tamta
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
*”ममता”* पार्ट-1
*”ममता”* पार्ट-1
Radhakishan R. Mundhra
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
सामाजिक मुद्दों पर आपकी पीड़ा में वृद्धि हुई है, सोशल मीडिया
Sanjay ' शून्य'
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
DrLakshman Jha Parimal
Loading...