गुंजन राजपूत, मित्रता की मिसाल हो,तुम्हारी मुस्कान में हर दि
गुंजन राजपूत, मित्रता की मिसाल हो,तुम्हारी मुस्कान में हर दिन की रौशनी,
तुम्हारे शब्दों में जीवन का नया ताल हो,तुम हो अध्यापन की अनूठी मधुर गाथा।
सपनों को साकार करती, तुम हो नारी शक्ति की पहचान,
तुम्हारी कलम से निकले शब्द, बनाते हर दिल में स्थान,
तुम्हारी सिखाई राहें, दिखाती नई दिशा,
तुम हो शिक्षा की धरोहर, तुमसे हर ज्ञान की परिभाषा।
लेखनी की धार तुम्हारी, गहराई में समंदर,तुम्हारे शब्दों में छुपा है, प्रेम का हर मंजर,
तुम्हारी सादगी में छिपी है, अनगिनत खुशियाँ,तुम हो सबसे बेहतर, तुमसे है हमारी दुनिया।
तुम्हारी यह यात्रा, बनी रहे अनमोल,खुशियों से भरा हो जीवन, सपनों का हो हर पल,
दुआओं में लिपटा हो, तुम्हारा हर एक दिन,गुंजन, तुम रहो सदा, जैसे हो चमकता सितारा।
जन्मदिन की शुभकामनाएँ, तुम रहो सदा हँसती,
तुम्हारी ये कहानी, हो सबसे प्यारी और सजीव।