गीत
उदास हैं जिन्दगी
गहरी नींद में
सो गयी जिन्दगी,
मुझको नीद न आयी,
मेरी प्यारी छाया
मैं साथ देखा बेशुमार है,
छोटा सा सफेद फूल
कभी न तुम जगाने वाली
नही है काली रात वहाँ,
आया कोई फ़रिश्ता
न कोई विचार हैं,
कभी उसके लौटने की,
न कोई उम्मीद हैं,
वो नाराज हो सकती हैं,
मैं आप मे शामिल हो
जाने के बारे में सोचा ?
उदास हैं जिन्दगी
तेरी छाया और मैं
जीवन का खर्च
मैं रहा मेरा दिल
जीवन मे सब
खत्म करने का
फ़ैसला कर लिया,
जल्द ही कर लूंगा
मैं अन्त जीवन का
दीपक जला कर
करता हूँ प्रार्थना
कह जाता हूँ मैं
पर मुझे पता है
लेकिन रो नही सका
मुझे भी ले चलो
उन्हें पता है
मेरे जाने से
खुश हो जायेगी
उसकी आत्मा
मौत कोई सपना है,
मौत में मैं आपको
सहलाने के लिए
आ रहा हूँ,
मेरी आत्मा के
आखिरी सांस के
साथ
मैं दूँगा तुम्हे दुआ
मौत के बाद
उदास है जिन्दगी
सुबह हुई तो
मैं जागा नीद से
तुम सो गई
नीद में
मुझे अकेला
छोड़कर चल दी
उस जहाँ में
मेरे दिल की गहराई में
तुम बसी हो यहाँ में
प्रिये मुझे यकीन है
मेरा सपना कभी
न होगा झूठा
मेरा दिल तमस
कह रहा है
तुम आवोगी
धरती पर
लेके जन्म दूसरा,
अब तो बोलो आंसू
बह रहे है मेरे
देखो आंखों से आंसू
बोलो क्यो चुप हो
क्या नाराज हो गयी
मेरी आत्मा हो तुम
आ जावो लौट के
तेरे बिन तड़प रहा हूँ
आ के प्यार करो तुम
न आ सको तुम यहाँ
मुझे बुला ले तू वहाँ
मैं थका हूँ सुनो
पर हरा नही
मौत को हर कर
मैं आ रहा हूँ वहाँ
आत्मा की मिलन
होगी पहली किरण
उदास हैं जिन्दगी
सुन तेरे बिन
उदास हैं जिन्दगी
हाँ उदास हैं
मेरी जिन्दगी
तेरे बिन तेरे बन
@कवि बेदर्दी