*”गीत”*
“गीत”
मधुर संगीत ,
छेड़ दी बांसुरिया ,
सरगम पे गीत।
मन हो बांवरा ,
झूम के नाचे आज ,
भूले बिसरे गीत।
हे मुरलीधर ,
साँवली सूरतिया ,
धुन छेड़ के गीत ।
मनभावन लय ,
गीतों की माला ,
ओ मेरे मनमीत।
सुर संगीत ,
बाँसुरी की धुन पे ,
थिरकते से कदम ,
सुरमयी सी गीत ,
प्रेम प्यार की नई रीत ,
दिल को लेते हैं जीत।
?? जय श्री कृष्णा ??