Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2018 · 1 min read

गीत – हमारे गुलशन में आप आये

दुआएं जब से मिली तुम्हारी, लो टल गई है क़ज़ा हमारी।।
हमारे गुलशन में आप आये , बदल गई है फ़िज़ा हमारी।

तुम्हारे गालों पे छलके शबनम, जो चमके चांदी की बूँद जैसे।
मिली हो चातक को बूंद स्वाति, बुझी है ज़न्मों की प्यास जैसे।।
हो सात जन्मों का साथ तेरा, यही है अंतिम रज़ा हमारी।
हमारे गुलशन में आप आये…

वफ़ा तुम्हारी है हमने देखी, तेरी वफ़ा का नहीं है सानी।
वफ़ा करूँगा मैं मरते दम तक, बनेगी इक दिन अमर कहानी।।
बहार लेकर ये आया मौसम, बदल गई है ख़िज़ा हमारी।
हमारे गुलशन में आप आये…

किया तुम्ही से है प्यार मैंने, नहीं किया है गुनाह मैंने।।
नहीं है चाहत कि तुमको पाउँ, जो माँगी दिल मे पनाह मैंने।।
जो साथ छोड़ा कभी भी तुमने , यही तो होगी सजा हमारी।
हमारे गुलशन में आप आये…
✍? अरविंद राजपूत ‘कल्प’

Language: Hindi
Tag: गीत
510 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अभिमानी  इस जीव की,
अभिमानी इस जीव की,
sushil sarna
15)”शिक्षक”
15)”शिक्षक”
Sapna Arora
मेरा तो इश्क है वही, कि उसने ही किया नहीं।
मेरा तो इश्क है वही, कि उसने ही किया नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
तसल्ली के लिए इक इक कोने की तलाशी कर लो
शिव प्रताप लोधी
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अपना सा नाइजीरिया
अपना सा नाइजीरिया
Shashi Mahajan
संघर्ष
संघर्ष
विजय कुमार अग्रवाल
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
वह आदत अब मैंने छोड़ दी है
gurudeenverma198
सुकून
सुकून
Harminder Kaur
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
*जानो होता है टिकट, राजनीति का सार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
*जब कभी दिल की ज़मीं पे*
Poonam Matia
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
हम इतने भी मशहूर नहीं अपने ही शहर में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दशकंधर
दशकंधर
*प्रणय*
बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया
बहुत अरमान लिए अब तलक मैं बस यूँ ही जिया
VINOD CHAUHAN
हमको बच्चा रहने दो।
हमको बच्चा रहने दो।
Manju Singh
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
शुभ होली
शुभ होली
Dr Archana Gupta
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
तेरा इश्क मेरे दिल की दवा है।
Rj Anand Prajapati
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
ये दुनिया है कि इससे, सत्य सुना जाता नहीं है
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
कविता तो कैमरे से भी की जाती है, पर विरले छायाकार ही यह हुनर
इशरत हिदायत ख़ान
मां
मां
Lovi Mishra
एक कुंडलियां छंद-
एक कुंडलियां छंद-
Vijay kumar Pandey
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
अब मुझे महफिलों की,जरूरत नहीं रही
पूर्वार्थ
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
Sonam Puneet Dubey
*शूल  फ़ूलों  बिना बिखर जाएँगे*
*शूल फ़ूलों बिना बिखर जाएँगे*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" मरघट "
Dr. Kishan tandon kranti
मुझमें भी कुछ अच्छा है
मुझमें भी कुछ अच्छा है
Shweta Soni
4392.*पूर्णिका*
4392.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
Loading...