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23 Oct 2018 · 1 min read

गीत तेरी प्रीत के

गीत तेरी प्रीत के मचले से सागर तो नही है
वेदना से सिक्त कोई प्रेम गागर तो नही है

प्यार की परिणति गहन होकर मिटाने है लगी जब
घाव अन्तस में हुए दिखते जरा भी बाहर तो नही है

Language: Hindi
76 Likes · 342 Views
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