गीत (तुमने क्या समझा था मुझको….
तुमने क्या समझा था मुझको
अपनी यादों से भुला दोगी,
आसां नहीं होगा इतना भी
इश्क़ की खुद को सज़ा दोगी,
इतने डरते थे इश्क से तो,
यूँ दिल ना लगाना था तुमको,
इतना तो बता के जाओ तुम,
क्यूँ छोड़ गए तुम यूँ हमको।
तुमने क्या समझा था मुझको,
अपनी यादों से भुला दोगी…
अब जा ही रहे हो मेरी दुनिया से,
तो इतना बताकर जाओ तुम,
कैसे जी लेंगें तुम्हारे बिना,
कहाँ और ये दिल अब लगायें हम,
जाते जाते ये दुआ है तुम्हें,
खुश रहना अब हर हाल में तुम,
साथ रहकर जो हासिल न हुआ,
दूर रहकर सब मिल जाये तुम्हें।
तुमने क्या समझा था मुझको,
अपनी यादों से भुला दोगी……