(गीत) चाह तेरी मेरी आँखों मे
चाह तेरी, मेरी आँखों मे
देख सको तो पढ लेना
साँस मेरी खुद की धड़कन मे
जान सको तो सुन लेना ॥
अपने मन मंदिर मे मेरी
मूरत को तुम गढ लेना
मेरे जीवन की बगिया के
फूलों को तुम चुन लेना ।
चार कदम मै आ जाउंगा
एक कदम तुम बढ लेना
अपने सारे सपने टूटे
ख्वाब मेरे तुम बुन लेना ।
बिखरे शब्दों के मोती को
तुम अपनी लय मे जड़ लेना
सुंदर सा संगीत बनेगा
” गीत ” मेरे तुम धुन देना
गीतेश दुबे “गीत”