गिल्ट
साल 2018, जब भैया ने नया फोन दिलाया, मैं बेहद खुश थी । पहली बार एंड्रॉयड फोन जो मिल रहा था । Moto g 5 plus , कैमरा बहुत ही बेहतरीन ऊपर से 64GB मेमोरी । चूंकि प्रकृति को कैमरे में कैद करना मुझे बहुत पसंद है तो कैमरे की क्वालिटी अच्छी होने के कारण इस ‘मोटो’ से बहुत जल्दी ही मेरा लगाव हो गया । लगभग रोज BHU कैंपस के दो चार प्राकृतिक दृश्य उसमें कैद होने लगे और साल 2021 से लखनऊ विश्वविद्यालय के भी । कुछ महीने पहले मेरे फोन का लाॅक बटन खराब हो गया । हालांकि फिंगर प्रिंट से अनलाॅक हो जाता था इसलिए बटन ठीक कराने पर ध्यान नहीं गया । कोशिश रहती थी कि फोन डिस्चार्ज होकर स्वीच ऑफ न होने पाए , नहीं तो बटन ठीक कराना मजबूरी हो जाएगी। परसों रात में देखा फोन की बैटरी केवल 15% थी। थकान के कारण हिम्मत नहीं हुई कि उठ के चार्जिंग पर लगाएं। । सोचा पावर सेवर मोड पर डाल देते हैं , सुबह तक तो चल ही जाएगा । हुआ भी यही , सुबह उठ के देखा तो बैटरी 12% । कुछ देर व्हाटसअप यूज करने के बाद बैटरी बची 7% । उसके बाद जैसे ही फोन चार्जिंग पर लगाया , फोन स्वीच ऑफ हो गया और त्रासदी यह थी कि फोन में चार्जिंग भी नहीं दिखा रहा था । सोचा, हो सकता है बैटरी बिल्कुल ही डिस्चार्ज हो गई हो , इसलिए ऐसा हो रहा । लेकिन अफसोस, घण्टों चार्ज करने के बाद भी फोन में चार्जिंग नहीं दिखा और अंततः हमें यह स्वीकार करना पड़ा कि अपनी लापरवाही के कारण हमने अपना ‘मोटो’ खो दिया।
पूरे दिन अपनी गलती पर पछतावा होता रहा और दिमाग में यही बात घूमती रही कि काश समय को पीछे ले जाके हम अपनी गलती सुधार सकते ।
कभी हमारे बहुत करीबी रिश्ते भी ऐसे ही हमारी अपनी गलती के कारण खत्म हो जाते हैं लेकिन अफसोस , हमें तब गिल्ट फील नहीं होता । एक निर्जीव वस्तु के लिए हम अपनी गलती पर पछता सकते हैं , समय को पीछे ले जा उस गलती को सुधारने की भी सोच सकते हैं । लेकिन एक जीते जागते इंसान को खोकर हम कभी गिल्ट नहीं फील करते । हमारा अभिमान हमें ये इजाज़त ही नहीं देता कि हम अपनी गलती देख सकें । आज की इस मशीनी दुनिया में अगर रिश्तों में भी हम ऐसे ही अपनी गलती देखने लगें और गिल्ट फील करने लगें तो हमारी दुनिया इससे भी हसीन और खूबसूरत हो सकती है ।