गाय
गाय
मेरी प्यारी-सी गाय
सबके मन को भाय.
सीधी-सादी भोली-भाली
श्वेत तन पैर हैं काली.
पैरा, घास वह खाती है
पौष्टिक दूध देती है.
गाय की गोबर से कंडा बनाता
जो इंधन के काम है आता.
उसका बछड़ा बैल बनेगा
जो हमारे खेत जोतेगा.
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़