गांधी बनाम गोडसे
तमाम अंतर्विरोधों के बावजूद इस बात से कौन इंकार कर सकता है कि महात्मा गांधी का व्यक्तित्व लोकतांत्रिक था। आप गांधी का विरोध कर सकते थे, उनकी आलोचना कर सकते थे, उनके साथ बहस भी कर सकते थे लेकिन गोडसे के साथ तो आपको बात करने का भी मौका नहीं मिलने वाला था। #अंबेडकर_गांधी_गोडसे