गांधी जी की पुण्यतिथि पर दो मुक्तक
गांधी जी की पुण्यतिथि पर दो मुक्तक
पढ़ाया है अहिंसा का सदा ही पाठ बापू ने।
ह्रदय को नम्रता रख क्रांति की आगाज़ बापू ने।
भगा गौरों को’ भारत से तिरंगा खूब लहराया,
किया बिन शस्त्र के ही देश को आज़ाद बापू ने।
वही आदर्श थे अपने अहिंसा के पुजारी थे।
चले थे सत्य पथ पर ही हुए वो क्रांतिकारी थे।
तुम्हारी पुण्यतिथि पर मैं नमन शत बार करता हूँ।
सदा दिल में बसे बापू तुम्हीं तो जाँ हमारी थे।