गाँव की मिट्टी
हमारे गाँव में तुम भी, कभी तो घूमने आओ।
हवा के संग बागों में, जरा तुम झूमने आओ।
मिलेगी हर खुशी तुमको जहाँ भी पग बढ़ाओगे-
बहुत पावन यहाँ की भू, इसे तुम चूमने आओ।
हमारे गाँव में तुम भी, कभी तो घूमने आओ।
हवा के संग बागों में, जरा तुम झूमने आओ।
मिलेगी हर खुशी तुमको जहाँ भी पग बढ़ाओगे-
बहुत पावन यहाँ की भू, इसे तुम चूमने आओ।