- नफरत के खाते में मोहब्बत के चैक अक्सर रिटर्न हो जाते हैं -
सुन लिया करो दिल की आवाज को,
कल तेरे नाम से दुनिया ने मुझको जाना था,
गीत मौसम का
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
वो अगर चाहे तो आगे भी निकल जाऊँगा
"दोचार-आठ दिन की छुट्टी पर गांव आए थे ll
फ़ासले ही फ़ासले हैं, मुझसे भी मेरे
गुलों की क़बा को सिया भी नहीं था
"सतगुरु देव जी से प्रार्थना"......💐
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गर तहज़ीब हो मिट्टी सी
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
तुम मेरे दिल की धड़कन हो।
बरसात
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बहते हुए पानी की तरह, करते हैं मनमानी