गाँधी के इस देश में.
दिन-ब-दिन सच्चाई हार रही फरेबी के केस में
क्या-क्या हो रहा है अब गाँधी के इस देश में.
मिलते हैं चोर यहाँ अक्सर साधु के वेश में
क्या-क्या हो रहा अब गाँधी के इस देश में.
मानवता पिछड़ रही है दानावता की रेस में
क्या- क्या हो रहा अब गाँधी के इस देश में.
इंसानियत शर्मसार हो रही नहीं बचा कुछ शेष में
क्या-क्या हो रहा अब गाँधी के इस देश में.