ग़ज़ल _ असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
🌼 ग़ज़ल 🌼
1,,
असुरों के आतंक थे ज़्यादा, कृष्णा ने अवतार लिया ,
मटकी माखन मोहन प्यारे ,जीत में सब संसार लिया ।
2,,
जेल भयी जन्म से पहले, पिता वासुदेव , देवकी माता ,
नंद, यशोदा , बलदेव को भी ,कान्हा ने स्वीकार लिया ।
3,,
आज रात रतजगा है सखियों ,ये भजन कीर्तन का अवसर,
झांकी , झूला, जन्माष्टमी, गोपी , ग्वाला, द्वार लिया ।
4,,
आधी रात में आए कान्हा, भीषण बारिश शोर करे ,
जन्म हुआ तब द्वार खुला ,वासुदेव सँग यमुना पार लिया।
5,,
कंस का अंत करेंगे मोहन, अत्याचार मिटा देंगे ,
“नील” कंठ सुर में गावत है , जन्म का ये त्योहार लिया ।
✍️नील रूहानी,, 07/09/2024,,,
( नीलोफर खान)