Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

122 122 122 122
सही बात है वो हमारा नहीं है।
मगर एक सच ये गँवारा नहीं है।।

चला वो गया है भले ज़िंदगी से,
रहें साथ यादें खसारा नहीं है।

बना बेवफा तोड़ करके तवक्को,
ज़हन से उसे पर उतारा नहीं है।

मुआफी उसे दी यही सोच करके,
फरिश्ता नहीं वो सितारा नहीं है।

रहे डूबते लोग इश्क़-ए-समंदर,
भँवर है जहाँ पर किनारा नहीं है।

हमेशा रहा है खुदा साथ उसके,
जिसे इस जहाँ का सहारा नहीं है।।

डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
10 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

असर हुआ इसरार का,
असर हुआ इसरार का,
sushil sarna
*बाद मरने के शरीर, तुरंत मिट्टी हो गया (मुक्तक)*
*बाद मरने के शरीर, तुरंत मिट्टी हो गया (मुक्तक)*
Ravi Prakash
इश्क़ मत करना ...
इश्क़ मत करना ...
SURYA PRAKASH SHARMA
त्याग
त्याग
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
"बदसूरत सच"
Dr. Kishan tandon kranti
🙅एक नज़र में🙅
🙅एक नज़र में🙅
*प्रणय*
It All Starts With A SMILE
It All Starts With A SMILE
Natasha Stephen
आज के युग में
आज के युग में "प्रेम" और "प्यार" के बीच सूक्ष्म लेकिन गहरा अ
पूर्वार्थ
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
तुम
तुम
Dr.Pratibha Prakash
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
जन्म से मृत्यु तक भारत वर्ष मे संस्कारों का मेला है
Satyaveer vaishnav
अति भाग्यशाली थी आप यशोदा मैया
अति भाग्यशाली थी आप यशोदा मैया
Seema gupta,Alwar
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
अखंड भारत
अखंड भारत
कार्तिक नितिन शर्मा
जोर जवानी चुटकी में।
जोर जवानी चुटकी में।
Kumar Kalhans
हिन्द देश के वासी हम सब हिन्दी अपनी शान है
हिन्द देश के वासी हम सब हिन्दी अपनी शान है
Saraswati Bajpai
"यादों की कैद से आज़ाद"
Lohit Tamta
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मैं  तेरी  पनाहों   में  क़ज़ा  ढूंड  रही   हूँ ,
मैं तेरी पनाहों में क़ज़ा ढूंड रही हूँ ,
Neelofar Khan
3253.*पूर्णिका*
3253.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जाने जिंदगी में ऐसा क्यों होता है ,
जाने जिंदगी में ऐसा क्यों होता है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
🌳 *पेड़* 🌳
🌳 *पेड़* 🌳
Dhirendra Singh
जन्माष्टमी महोत्सव
जन्माष्टमी महोत्सव
Neeraj Agarwal
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
सबसे बड़ी शिक्षक
सबसे बड़ी शिक्षक
Surinder blackpen
रविवार की छुट्टी
रविवार की छुट्टी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं
Deepak Baweja
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मेरे हमसफ़र
मेरे हमसफ़र
MEENU SHARMA
Loading...