Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल = ( 14 )
बह्र __1222 1222 1222 1222,,
मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन
क़ाफिया _ आन // रदीफ़ _ दे दूंगी ,
*******************************
ग़ज़ल
1,,
तुम्हारी मुस्कुराहट पे मैं अपनी जान दे दूंगी ,
गिरफ़्तारी हो मुजरिम की वहीं फ़रमान दे दूंगी।
2,,
मैं उनके साथ जाऊंगी जिन्हें चाहत रही मुझसे ,
क़सम खाकर ये कहती मैं सभी अरमान दे दूंगी।
3,,
खुशी बढ़ जाएगी मेरी नज़र में जब वो आयेंगे,
गुलाबी होंठ की खातिर मैं उनको पान दे दूंगी।
4,,
अगर तुम इल्म से हो दूर तो बिलकुल न घबराना ,
सिखाने के लिए तहज़ीब इक हमदान दे दूंगी ।
5,,
निकाला है तुम्हें घर से विदेशी कह के मारा है ,
हुं धरती माँ तेरी , बेटा ! नई पहचान दे दूंगी ।
6,,
फिकर करना नहीं कोई खुदा रहमत में रक्खेगा,
तुम्हारे रूबरू आ “नील” सौ नौमान दे दूंगी ।

✍️नील रूहानी ,,, 14/05/2024,,,,,,,,,,🥰
( नीलोफर खान )

78 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
सुशब्द बनाते मित्र बहुत
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शादाब रखेंगे
शादाब रखेंगे
Neelam Sharma
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
सुनो! पुरूष होने का ताना तो जग देता है
पूर्वार्थ
कहती रातें...।
कहती रातें...।
*प्रणय*
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
तमन्ना पाल रखी थी सबको खुश रखने की
VINOD CHAUHAN
दुआएं
दुआएं
Santosh Shrivastava
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
सितारों से सजी संवरी एक आशियाना खरीदा है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
# खरी बात
# खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
है शामिल
है शामिल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
......... ढेरा.......
......... ढेरा.......
Naushaba Suriya
3395⚘ *पूर्णिका* ⚘
3395⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
सृजन तेरी कवितायें
सृजन तेरी कवितायें
Satish Srijan
" तन्हाई "
Dr. Kishan tandon kranti
चौदह साल वनवासी राम का,
चौदह साल वनवासी राम का,
Dr. Man Mohan Krishna
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
गिरगिट रंग बदलने लगे हैं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
The Enemies
The Enemies
Otteri Selvakumar
उकसा रहे हो
उकसा रहे हो
विनोद सिल्ला
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
हे वतन तेरे लिए, हे वतन तेरे लिए
gurudeenverma198
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
*य से यज्ञ (बाल कविता)*
Ravi Prakash
जीवन शोकगीत है
जीवन शोकगीत है
इशरत हिदायत ख़ान
अंदाज़ ऐ बयाँ
अंदाज़ ऐ बयाँ
Dr. Rajeev Jain
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
अपना कोई वजूद हो, तो बताना मेरे दोस्त।
Sanjay ' शून्य'
सच तो जिंदगी भर हम रंगमंच पर किरदार निभाते हैं।
सच तो जिंदगी भर हम रंगमंच पर किरदार निभाते हैं।
Neeraj Agarwal
जीवन साथी
जीवन साथी
Aman Sinha
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
कभी उन बहनों को ना सताना जिनके माँ पिता साथ छोड़ गये हो।
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
पग-पग पर हैं वर्जनाएँ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
दो अनजाने मिलते हैं, संग-संग मिलकर चलते हैं
Rituraj shivem verma
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
खुद से ज़ब भी मिलता हूँ खुली किताब-सा हो जाता हूँ मैं...!!
Ravi Betulwala
!............!
!............!
शेखर सिंह
Loading...