ग़ज़ल
ग़ज़ल = ( 8 )
बह्र ….2122 2122 212 ,
क़ाफिया _आना // रदीफ़ _ सीखिए,
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ग़ज़ल
1,,
पास आकर मुस्कुराना सीखिए ,
दिल से दिल को भी मिलाना सीखिए।
2,,
दूर हो जब आपका दिलबर हसीं,
फ़ोन पर बातें बनाना सीखिए।
3,,
मन बड़ा बेचैन रहता रात दिन ,
इश्क़ है गर तो निभाना सीखिए ।
4,,
लालिमा चेहरे की देती है पता ,
रूठे दिल को यूं मनाना सीखिए ।
5,,
जीत कर ले जायेंगे ,साजन तेरे,
हार कर उनको लुभाना सीखिए ।
6,,
शायराना आशिकाना दिल हुआ ,
प्रीत की गजलें सुनाना सीखिए ।
7,,
“नील” की आगोश में दुनिया पड़ी ,
आप अपना घर सजाना सीखिए ।
✍️नील रूहानी ,,, 16/05/2024,,,
( नीलोफर खान , स्वरचित )