ग़ज़ल
ऽ।ऽ, ऽ।ऽ
चाँदनी रात है।
प्यार की बात है।।1
याद आती बहुत,
हर मुलाकात है।।2
सच सियासत हुआ,
झूठ जज़्बात है।।3
ज़िंदगी कुछ नहीं,
रोज़ शह मात है।।4
रात को देख लो,
एक सौगात है।।5
भाग्य से जो मिला,
सिर्फ खैरात है।।6
खेत सूखे मगर,
रोज बरसात है।।7
डाॅ. बिपिन पाण्डेय