ग़जल
यूं किसी का दिल दुखाया मत करो।
आईना हरगिज़ दिखाया मत करो।
देखिये सच तो कभी छुपता नही।
झूठ पै परदा गिराया मत करो।
गैर जो अपने नही तो क्या हुआ।
गैर अपनो को बनाया मत करो।
दोस्तो को है ये मेरा मश्वरा।
दोस्तो को बरगलाया मत करो।
हज़रते निर्मल बुढापा आ गया।
प्यार के किस्से सुनाया मत करो।