Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2021 · 1 min read

गहरे

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जीवन में कभी भी किसी के हालातों के हिसाब से व्यक्ति का आकलन नहीं करना चाहिए क्यूंकि ठहरे हुए दरिया अक्सर गहरे होते हैं …

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इस झूटी दुनियादारी के दौर में अगर आप सब कुछ चुपचाप सहन कर लेते हो तो सही हो मगर जैसे ही आपने गलत का विरोध किया या मुँह खोला तो आप सबसे बुरे …खामोश रहना बयां करने से बेहतर …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की बुरे वक़्त के दौर में कई बार हमें उस रद्दी के अखबार की तरह अलग कर दिया जाता है जिसका कभी बेसब्री से इंतजार किया जाता था -जिसके बिना चाय अच्छी नहीं लगती थी -जिसके बिना दिन अधूरा लगता था …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की गलत समय के दौर में हर व्यक्ति हमसे इस तरह से अलग हो जाता है जैसे हाथों की हथेलियों से लकीरें …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
स्वरचित एवं स्वमौलिक
“?विकास शर्मा’शिवाया ‘”?
जयपुर-राजस्थान

Language: Hindi
Tag: लेख
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हाहाकार
हाहाकार
Dr.Pratibha Prakash
हर पन्ना  जिन्दगी का
हर पन्ना जिन्दगी का
हिमांशु Kulshrestha
लफ़्ज़ों में आप जो
लफ़्ज़ों में आप जो
Dr fauzia Naseem shad
" हैं पलाश इठलाये "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
किस्सा
किस्सा
Dr. Mahesh Kumawat
पुष्प रुष्ट सब हो गये,
पुष्प रुष्ट सब हो गये,
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
याद मीरा को रही बस श्याम की
याद मीरा को रही बस श्याम की
Monika Arora
संवेदना की आस
संवेदना की आस
Ritu Asooja
ट्रेन संख्या १२४२४
ट्रेन संख्या १२४२४
Shashi Dhar Kumar
पास तो आना- तो बहाना था
पास तो आना- तो बहाना था"
भरत कुमार सोलंकी
3689.💐 *पूर्णिका* 💐
3689.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बुढ़ापा भी गजब हैं
बुढ़ापा भी गजब हैं
Umender kumar
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
है सियासत का असर या है जमाने का चलन।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
आर.एस. 'प्रीतम'
अधूरे उत्तर
अधूरे उत्तर
Shashi Mahajan
"प्रार्थना"
Dr. Kishan tandon kranti
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
*थियोसॉफिकल सोसायटी से मेरा संपर्क*
Ravi Prakash
World Temperance & National No sugar day 3 October
World Temperance & National No sugar day 3 October
Rj Anand Prajapati
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
अपनी शान के लिए माँ-बाप, बच्चों से ऐसा क्यों करते हैं
gurudeenverma198
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक  अबोध बालक 😂😂😂
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक 😂😂😂
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
..
..
*प्रणय*
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
**तेरे बिना हमें रहना नहीं***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इस शहर में कितने लोग मिले कुछ पता नही
इस शहर में कितने लोग मिले कुछ पता नही
पूर्वार्थ
कभी ख्यालों में मुझे तू सोचना अच्छा लगे अगर ।
कभी ख्यालों में मुझे तू सोचना अच्छा लगे अगर ।
Phool gufran
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
ढूॅ॑ढा बहुत हमने तो पर भगवान खो गए
VINOD CHAUHAN
जिन्दगी यह बता कि मेरी खता क्या है ।
जिन्दगी यह बता कि मेरी खता क्या है ।
Ashwini sharma
Loading...