गहरी दोस्ती #100 शब्दों की कहानी#
विद्यालय में वार्षिकोत्सव की तैयारियां जोरों पर थी । इधर 12 बोर्ड की परीक्षा का तनाव भी कम नहीं , पर शिक्षिका शिखा, अब्दुल, नेल्सन, परमिंदर को पहले से ही परफॉर्मेंस के लिए अभ्यास करा रहीं । थीम के हिसाब से प्रर्दशित करना, चाहे हम किसी भी धर्म या मजहब के हों “विद्यालय में जब साथ पढ़ते, खेलते, नाश्ता करते एवं अन्य सांस्कृतिक गतिविधियां टीम वर्क के साथ ही करते तो सफलता हासिल होती ही है , प्रेम-भाईचारे की भावना से आपसी दोस्ती गहरी होती है “।
चारों दोस्त एक साथ ” हम-ना-रहेंगे, तुम-ना-रहोगे ये प्यार हमारा हमेशा रहेगा” ।