गर्मी
बाबा रे बाबा
देखो आ गई गर्मी
जली धरती
उफ ये गर्मी
दिखा गई बेशर्मी
नंगा बदन
भाये न गर्मी
अलसाये से दिन
बेरंग दिन
लू है चलती
खिड़की न खुलती
चूता पसीना
बिजली गई
बेचैन हुए लोग
झलते पंखा
सूर्य जलाता
सूखा ताल तलैया
धरती प्यासी
बच्चे हर्षित
स्कूल हो गये बंद
हवा मूर्छित
पूनम गर्ग