"सब्र प्रेम का पहला कदम है ll
क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम
Charlie Chaplin truly said:
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जग अंधियारा मिट रहा, उम्मीदों के संग l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
हास्य कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
कस्तूरी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
विजया दशमी की हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉🙏
दोहे
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
जिंदगी में पराया कोई नहीं होता,
जीवन
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
दीवारों की चुप्पी में राज हैं दर्द है
“आँख खुली तो हमने देखा,पाकर भी खो जाना तेरा”
फूलों की तरह मैं मिली थी और आपने,,
सावन आने को है लेकिन दिल को लगता है पतझड़ की आहट है ।