Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2022 · 1 min read

*गर्मी देती नहीं दिखाई【बाल कविता-गीतिका】*

गर्मी देती नहीं दिखाई【बाल कविता-गीतिका】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
आँधी आई आँधी आई
गर्मी इसने खूब भगाई
(2)
बारिश बरसी हौले-हौले
धरती की सब तपन हटाई
(3)
सूरज के सब तेवर ढीले
ठंडी अब सारी गरमाई
(4)
मजा पहाड़ों वाला आता
मैदानों में है ठंडाई
(5)
गर्मी की छुट्‌टी में प्यारे
गर्मी देती नहीं दिखाई
———————————————
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

152 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
संस्कारी बड़ी - बड़ी बातें करना अच्छी बात है, इनको जीवन में
Lokesh Sharma
- हम तो तेरे है तेरे ही रहेंगे -
- हम तो तेरे है तेरे ही रहेंगे -
bharat gehlot
2783. *पूर्णिका*
2783. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद से ज्यादा अहमियत
खुद से ज्यादा अहमियत
Dr Manju Saini
सियाचिनी सैनिक
सियाचिनी सैनिक
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Discover Hand-Picked Pet Products Curated With Love And Care
Pet Toys and Essential
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
जंग लगी थी सदियों से शमशीर बदल दी हमने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
Gouri tiwari
मुझे आज तक ये समझ में न आया
मुझे आज तक ये समझ में न आया
Shweta Soni
जिन्दगी
जिन्दगी
Rajesh Kumar Kaurav
प्रेम की अनुभूति
प्रेम की अनुभूति
Abhishek Rajhans
लड़ाई छल और हल की
लड़ाई छल और हल की
Khajan Singh Nain
लम्हे
लम्हे
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मुखर-मौन
मुखर-मौन
Manju Singh
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
संसार मे तीन ही चीज़ सत्य है पहला जन्म दूसरा कर्म और अंतिम म
रुपेश कुमार
महाशिवरात्रि
महाशिवरात्रि
Neerja Sharma
*बातें बनती-बनती बिगड़ती हैँ*
*बातें बनती-बनती बिगड़ती हैँ*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
*दुनियादारी की समझ*
*दुनियादारी की समझ*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*चलो नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं*.....
*चलो नई जिंदगी की शुरुआत करते हैं*.....
Harminder Kaur
" लेकिन "
Dr. Kishan tandon kranti
नूपुर और मिलाड
नूपुर और मिलाड
ललकार भारद्वाज
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
मैं वो चीज़ हूं जो इश्क़ में मर जाऊंगी।
Phool gufran
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
लफ़्ज़ों में आप जो
लफ़्ज़ों में आप जो
Dr fauzia Naseem shad
हर पल एक नया ख़्वाब दिखाती है ज़िंदगी,
हर पल एक नया ख़्वाब दिखाती है ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
कीमती समय
कीमती समय
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
चचा बैठे ट्रेन में [ व्यंग्य ]
कवि रमेशराज
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
यही तो जिंदगी का सच है
यही तो जिंदगी का सच है
gurudeenverma198
Loading...