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23 Dec 2021 · 1 min read

गर्दन कटेगी

ज़मीनी हक़ीक़त भिगो देगी दुःख से
संभल कि समय के निशाने पर है तू..
ग़रीबी अगर ख़त्म करने चले हो
तो गर्दन कटेगी, निशाने पर है तू!

स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ

Language: Hindi
224 Views

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