गर्दन कटेगी
ज़मीनी हक़ीक़त भिगो देगी दुःख से
संभल कि समय के निशाने पर है तू..
ग़रीबी अगर ख़त्म करने चले हो
तो गर्दन कटेगी, निशाने पर है तू!
स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ
ज़मीनी हक़ीक़त भिगो देगी दुःख से
संभल कि समय के निशाने पर है तू..
ग़रीबी अगर ख़त्म करने चले हो
तो गर्दन कटेगी, निशाने पर है तू!
स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ