गम में डूबी बरसात
ऐसी भी आई थी एक बरसात ,
जिसने हमसे एक फरिश्ते को जुदा कर दिया ।
तबसे यह आलम है , दोस्तों!
हर बरसात उसके गम में डूबी लगती हैं।
ऐसी भी आई थी एक बरसात ,
जिसने हमसे एक फरिश्ते को जुदा कर दिया ।
तबसे यह आलम है , दोस्तों!
हर बरसात उसके गम में डूबी लगती हैं।