Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

गणेश वंदना

#साहित्य मनहरण घनाक्षरी

गौरा सुत को नमन
रोज सुबह वंदन
मंगल हो सारा दिन
कृपा ऐसी कीजिए ।

द्वादश नाम की माला
जपता नित गौशाला
दुष्ट प्रवृत्ति से पाला
नष्ट आप कीजिए ।

बुद्धि ज्ञान के प्रदाता
मंत्र जाप नहीं आता
महिमा आपकी गाता
ध्यान प्रभु दीजिए ।

शुभ लाभ लिए साथ
रिद्धि सिद्धि संग नाथ
वर देना दोनों हाथ
कृपा सदा कीजिए ।।

राजेश कौरव सुमित्र

89 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajesh Kumar Kaurav
View all
You may also like:
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
यह जरूर एक क्रांति है... जो सभी आडंबरो को तोड़ता है
Utkarsh Dubey “Kokil”
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
*कुहरा दूर-दूर तक छाया (बाल कविता)*
Ravi Prakash
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*Author प्रणय प्रभात*
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
रस्सी जैसी जिंदगी हैं,
रस्सी जैसी जिंदगी हैं,
Jay Dewangan
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
हम हमारे हिस्से का कम लेकर आए
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
मीलों की नहीं, जन्मों की दूरियां हैं, तेरे मेरे बीच।
Manisha Manjari
*
*"मजदूर"*
Shashi kala vyas
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Khuch rishte kbhi bhulaya nhi karte ,
Sakshi Tripathi
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
उलझनें तेरे मैरे रिस्ते की हैं,
Jayvind Singh Ngariya Ji Datia MP 475661
कोई तंकीद
कोई तंकीद
Dr fauzia Naseem shad
यादों की सुनवाई होगी
यादों की सुनवाई होगी
Shweta Soni
आक्रोश तेरे प्रेम का
आक्रोश तेरे प्रेम का
भरत कुमार सोलंकी
3175.*पूर्णिका*
3175.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
बहन की रक्षा करना हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि धर्म भी है, पर
जय लगन कुमार हैप्पी
प्रथम संवाद में अपने से श्रेष्ठ को कभी मित्र नहीं कहना , हो
प्रथम संवाद में अपने से श्रेष्ठ को कभी मित्र नहीं कहना , हो
DrLakshman Jha Parimal
कान्हा भजन
कान्हा भजन
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कलयुगी धृतराष्ट्र
कलयुगी धृतराष्ट्र
Dr Parveen Thakur
मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया।
मत जलाओ तुम दुबारा रक्त की चिंगारिया।
Sanjay ' शून्य'
*साहित्यिक बाज़ार*
*साहित्यिक बाज़ार*
Lokesh Singh
" दीया सलाई की शमा"
Pushpraj Anant
We become more honest and vocal when we are physically tired
We become more honest and vocal when we are physically tired
पूर्वार्थ
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
एक कवि की कविता ही पूजा, यहाँ अपने देव को पाया
Dr.Pratibha Prakash
"लक्षण"
Dr. Kishan tandon kranti
"रेलगाड़ी सी ज़िन्दगी"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
पर्यावरण
पर्यावरण
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
जमाने से विद लेकर....
जमाने से विद लेकर....
Neeraj Mishra " नीर "
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
कुंठाओं के दलदल में,
कुंठाओं के दलदल में,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
Loading...