*गणपति वंदना*
सूर्य सा प्रचंड तेज,
वक्रतुंड बुद्धि देव।
महाकाय गणदेव,
आज चले आइए।
आपकी कृपा महान,
सभी करें गुणगान,
विघ्नहारी, शुभकारी,
मुश्किलें हटाइए।
रिद्धि बढ़े, सिद्धि बढ़े,
भावना की वृद्धि बढ़े,
जगत भलाई हेतु,
कामना जगाइए।
सुत सभी द्वार खड़े
आपके चरण गहें,
नयनों में जलधार ,
पार अब लगाइए।