गणपति वंदना- भस्मा गांव समूचा
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
आ जाओ मेरे द्वारे आ जाओ मेरे द्वारे।
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
मनवा गणपति गणपति कहके ,सदा तुम्हे ही उचारे।
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
तुम्हरे नाम से गूंज उठा है गाँव गली और कूंचा।
इंतजार में आपके बैठा है भस्मा गाँव समूचा।
आँखे दरश को तरस गयीं है ,दर्शन हुए न तुम्हारे।
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
भस्मा में पंडाल सजाया और भक्ति की अलख जगाया।
श्रद्धा भाव से हे गजानन ,आपको है बैठाया।
आके प्रभु अब तो हर लो ,भक्तों के दुख सारे।
गौरी शंकर के दुलारे आ जाओ मेरे द्वारे।
– सिद्धार्थ गोरखपुरी