प्रीत
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
రామ భజే శ్రీ కృష్ణ భజే
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
औरत अपनी दामन का दाग मिटाते मिटाते ख़ुद मिट जाती है,
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जपूं मैं राधेकृष्ण का नाम...!!!!
गणतंत्र के मूल मंत्र की,हम अकसर अनदेखी करते हैं।
समय बीतते तनिक देर नहीं लगता!
मैं नारी हूं...!
singh kunwar sarvendra vikram