Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2017 · 1 min read

गज़ल

रदीफ़- हम हैं।

इन्द्रधनुषी रंग तुम हो सनम,माना खुशरंगों का।
सुन हम भी कम तो नहीं,सलौने ख्वाब से हम हैं।

माना कि तुम समंदर हो इश्क़-मुहब्बत का।
सुन हम भी कम तो नहीं,चाहत-ए-आब से हम हैं।

माना कि तुम हो सनम शान-शौकत का दूसरा नाम
सुन हम भी कम तो नहीं, बहुत नायाब से हम हैं।

माना तुम हो सनम नूर-ए-चमन, उपवन का।
सुन हम भी कम तो नहीं,गुल गुलाब से हम हैं।

माना तुम हो सनम अक्स तहज़ीब का।
सुन हम भी कम तो नहीं,अदबो आदाब से हम हैं।

माना कि तुम हो सनम तृप्त सारी हसरतों से।
हां बस यही है कभी,अबुझ अतृप्त प्यास से हम हैं।

माना तुम हो नीलम आभास खुशनसीबी काम।
सुन हम भी कम तो नहीं, प्यार के अहसास से हम हैं।

नीलम शर्मा

Language: Hindi
252 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डिजिटलीकरण
डिजिटलीकरण
Seema gupta,Alwar
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
छल फरेब की बात, कभी भूले मत करना।
surenderpal vaidya
बेवकूफ
बेवकूफ
Tarkeshwari 'sudhi'
राम अवध के
राम अवध के
Sanjay ' शून्य'
जिससे मिलने के बाद
जिससे मिलने के बाद
शेखर सिंह
2457.पूर्णिका
2457.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Paras Nath Jha
*गुरुदेव की है पूर्णिमा, गुरु-ज्ञान आज प्रधान है【 मुक्तक 】*
*गुरुदेव की है पूर्णिमा, गुरु-ज्ञान आज प्रधान है【 मुक्तक 】*
Ravi Prakash
श्रीराम किसको चाहिए..?
श्रीराम किसको चाहिए..?
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सब तो उधार का
सब तो उधार का
Jitendra kumar
रास नहीं आती ये सर्द हवाएं
रास नहीं आती ये सर्द हवाएं
कवि दीपक बवेजा
💐प्रेम कौतुक-271💐
💐प्रेम कौतुक-271💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
"प्यासा"के गजल
Vijay kumar Pandey
धरा
धरा
Kavita Chouhan
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
नज़र मिला के क्या नजरें झुका लिया तूने।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जिंदगी की कहानी लिखने में
जिंदगी की कहानी लिखने में
Shweta Soni
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
स्वतंत्रता सेनानी नीरा आर्य
Anil chobisa
😊 लघुकथा :--
😊 लघुकथा :--
*Author प्रणय प्रभात*
"संवेदना"
Dr. Kishan tandon kranti
तन पर हल्की  सी धुल लग जाए,
तन पर हल्की सी धुल लग जाए,
Shutisha Rajput
बुझे अलाव की
बुझे अलाव की
Atul "Krishn"
बदलती फितरत
बदलती फितरत
Sûrëkhâ Rãthí
गीत(सोन्ग)
गीत(सोन्ग)
Dushyant Kumar
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
प्रेम को भला कौन समझ पाया है
Mamta Singh Devaa
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
*** मुंह लटकाए क्यों खड़ा है ***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
जो दिल दरिया था उसे पत्थर कर लिया।
Neelam Sharma
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
गर बिछड़ जाएं हम तो भी रोना न तुम
Dr Archana Gupta
होली
होली
लक्ष्मी सिंह
Loading...