गजल कहो
नजरोँ से नजर मिलाकर गजल कहो
सारे शिकवे गिले भुलाकर गजल कहो
चेहरे पे हो मायूसी तो अच्छा नहीँ लगता
मेरी बात मानो मुस्कुराकर गजल कहो
नजरोँ से नजर मिलाकर गजल कहो
सारे शिकवे गिले भुलाकर गजल कहो
चेहरे पे हो मायूसी तो अच्छा नहीँ लगता
मेरी बात मानो मुस्कुराकर गजल कहो