Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2024 · 1 min read

गंगा- सेवा के दस दिन (तीसरा दिन)- मंगलवार 18जून2024

गंगा- सेवा के दस दिन
तीसरा दिन- मंगलवार 18जून2024
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐

11.माँ गंगा को दीजिये
माँ जैसा सम्मान।
घाट-धार सब स्वच्छ हों,
इसका रखिये ध्यान।।
इसका रखिये ध्यान,
बहे यह धारा अविरल।
उसे नष्ट क्यों करें?
भक्त जन पर जो वत्सल।।
शिव मंदिर पर ज्यों सजता है
ध्वज पचरंगा।
जल स्रोतों की कीर्ति पताका
हैं माँ गंगा।।

12.सबका पहला धर्म है,
गंगा का सम्मान।
वह अनपढ़ ग्रामीण हो,
या शहरी विद्वान।।
या शहरी विद्वान,
ध्यान रखना है हर-पल।
अमृतमय ही बना रहे,
पावन गंगाजल।।
गंगा तट पर पलता,
भारत का हर तबका।
गंगा रक्षा से
विकास पथ जुड़ता सबका।।

13. गंगा केवल जल नहीं,
ये अमृत रस धार।
सृष्टि चेतना के लिए,
यह जीवन आधार।
यह जीवन आधार,
कोटि प्राणी हैं पलते।
वृक्ष मनुज जल-जीव,
यहाँ बसते और फलते।।
पावन जल में कचरा बहे,
काम बेढंगा।
सब कुछ सह कर चुप से,
बहती जाती गंगा।।

14.गोमुख से आती यहाँ
निर्मल अमृत धार।
गिरिखण्डों से निकल कर,
उतरे ये हरिद्वार।
उतरे ये हरिद्वार,
बसे बहु शहर किनारे।
शहर-दर-शहर
दिखते हैं नारकी नज़ारे।।
पावन गंगा के दर्शन में,
है अद्भुत सुख।
गंगा, सागर तलक
शुद्ध हो,जैसे गोमुख।।

15.चमकें गंगा घाट और
निर्मल हो जल-धार।
यह माँ गंगा पर नहीं,
खुद पर है उपकार।
खुद पर है उपकार,
करें गंगा का रक्षण।
गंगा पर बलिदान रहे
जीवन का हर क्षण।।
रवि किरणों से,
गंगा तट बिजली से दमकें।
जल में जीवों के,
हम सब के चेहरे चमकें।।

(…अशेष)💐💐

68 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ता थैया थैया थैया थैया,
ता थैया थैया थैया थैया,
Satish Srijan
4225.💐 *पूर्णिका* 💐
4225.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
नया ट्रैफिक-प्लान (बाल कविता)
Ravi Prakash
दुखों का भार
दुखों का भार
Pt. Brajesh Kumar Nayak
रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं ।
रक़ीबों के शहर में रक़ीब ही मिलते हैं ।
sushil sarna
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सभी देखेंगे तेरी इक हॅंसी को।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरे चेहरे से ना लगा मेरी उम्र का तकाज़ा,
मेरे चेहरे से ना लगा मेरी उम्र का तकाज़ा,
Ravi Betulwala
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
Aaj kal ke log bhi wafayen kya khoob karte h
HEBA
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
देश के वीरों की जब बात चली..
देश के वीरों की जब बात चली..
Harminder Kaur
बाजार
बाजार
surenderpal vaidya
नजरिया
नजरिया
नेताम आर सी
आजकल के समाज में, लड़कों के सम्मान को उनकी समझदारी से नहीं,
आजकल के समाज में, लड़कों के सम्मान को उनकी समझदारी से नहीं,
पूर्वार्थ
लम्बे सफ़र पर चलते-चलते ना जाने...
लम्बे सफ़र पर चलते-चलते ना जाने...
Ajit Kumar "Karn"
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता-150 से चुने हुए श्रेष्ठ 11 दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
बंधन में रहेंगे तो संवर जायेंगे
Dheerja Sharma
सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
सीपी में रेत के भावुक कणों ने प्रवेश किया
ruby kumari
" प्यार के रंग" (मुक्तक छंद काव्य)
Pushpraj Anant
हम वो हिंदुस्तानी है,
हम वो हिंदुस्तानी है,
भवेश
इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है,
इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दर्द भी
दर्द भी
Dr fauzia Naseem shad
अरे ! मुझसे मत पूछ
अरे ! मुझसे मत पूछ
VINOD CHAUHAN
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
शिक्षा
शिक्षा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
सूत जी, पुराणों के व्याख्यान कर्ता ।।
सूत जी, पुराणों के व्याख्यान कर्ता ।।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
नाजुक देह में ज्वाला पनपे
कवि दीपक बवेजा
*हो न लोकतंत्र की हार*
*हो न लोकतंत्र की हार*
Poonam Matia
बस चार है कंधे
बस चार है कंधे
साहित्य गौरव
Loading...