Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2024 · 1 min read

गंगा सागर

गंगा सागर (डमरू वर्ण पिरामिड)

सब नदियाँ मिल
निर्मित करती
गंगा सागर
अनुपम
पावन
शुचि
है
हो
जब
मिलना
सचाई से
संगम होगा
स्नेहिल मन का
पुण्य सिन्धु लहरे।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 52 Views

You may also like these posts

"शीशा और रिश्ता"
Dr. Kishan tandon kranti
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
आँशु उसी के सामने बहाना जो आँशु का दर्द समझ सके
Rituraj shivem verma
वाणी
वाणी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
शासक की कमजोरियों का आकलन
शासक की कमजोरियों का आकलन
Mahender Singh
"कुछ खास हुआ"
Lohit Tamta
बड़े अच्छे दिन थे।
बड़े अच्छे दिन थे।
Kuldeep mishra (KD)
अनहोनी समोनी
अनहोनी समोनी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"पापा की परी”
Yogendra Chaturwedi
कलयुग केवल नाम
कलयुग केवल नाम
Sukeshini Budhawne
.....ऐ जिंदगी तु बड़ा सताती है...
.....ऐ जिंदगी तु बड़ा सताती है...
rubichetanshukla 781
विषय-तिरंगे में लिपटा शहीद।
विषय-तिरंगे में लिपटा शहीद।
Priya princess panwar
बूंद और समुंद
बूंद और समुंद
Dr MusafiR BaithA
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
आज जब वाद सब सुलझने लगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ज़िंदगी पर तो
ज़िंदगी पर तो
Dr fauzia Naseem shad
कोई और था
कोई और था
Mahesh Tiwari 'Ayan'
*दादाजी (बाल कविता)*
*दादाजी (बाल कविता)*
Ravi Prakash
4511.*पूर्णिका*
4511.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इश्क का कारोबार
इश्क का कारोबार
dr rajmati Surana
अनजान राहों का सफर
अनजान राहों का सफर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
शब्द-वीणा ( समीक्षा)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
कुछ अजूबे गुण होते हैं इंसान में प्रकृति प्रदत्त,
Ajit Kumar "Karn"
नेताओं के पास कब ,
नेताओं के पास कब ,
sushil sarna
कर लो कर्म अभी
कर लो कर्म अभी
Sonam Puneet Dubey
"I'm someone who wouldn't mind spending all day alone.
पूर्वार्थ
दर्शन तो कीजिए
दर्शन तो कीजिए
Rajesh Kumar Kaurav
बेगाना वक्त
बेगाना वक्त
RAMESH Kumar
वृक्ष
वृक्ष
Kanchan Advaita
..
..
*प्रणय*
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
gurudeenverma198
संगत का प्रभाव
संगत का प्रभाव
manorath maharaj
Loading...