Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2021 · 1 min read

गंगा – वंदना

गंगा

हे सुरसरिता
तन – मन पावन कर दो

हे सुरसरि
जीवन धन रोशन कर दो

हे मंदाकिनी
जग को धन्य कर दो

हे भागीरथी
अपने आँचल में जगह दे दो

हे देवनदी
अपनी चरण रज दे दो

हे माँ गंगे
कर न विलम्बे

इस धरा को पुण्य कर दो

हे अलकनंदा , हे त्रिपथगा
पावन वंदन स्वीकार करो

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 225 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
... बीते लम्हे
... बीते लम्हे
Naushaba Suriya
“Pictures. Always take pictures of people you love. Take pic
“Pictures. Always take pictures of people you love. Take pic
पूर्वार्थ
कट गई शाखें, कट गए पेड़
कट गई शाखें, कट गए पेड़
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
Dr fauzia Naseem shad
जो सुनना चाहता है
जो सुनना चाहता है
Yogendra Chaturwedi
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई  लिखता है
चाँद बदन पर ग़म-ए-जुदाई लिखता है
Shweta Soni
मौलिक विचार
मौलिक विचार
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
*बरगद (बाल कविता)*
*बरगद (बाल कविता)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
साथ था
साथ था
SHAMA PARVEEN
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
पहले देखें, सोचें,पढ़ें और मनन करें तब बातें प्रतिक्रिया की ह
DrLakshman Jha Parimal
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
सारी रात मैं किसी के अजब ख़यालों में गुम था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
#यादें_बचपन_की।
#यादें_बचपन_की।
*प्रणय प्रभात*
अटूट प्रेम
अटूट प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
सौंदर्य छटा🙏
सौंदर्य छटा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"तिलस्मी सफर"
Dr. Kishan tandon kranti
*हमारे कन्हैया*
*हमारे कन्हैया*
Dr. Vaishali Verma
"कोई क्या समझाएगा उसे"
Ajit Kumar "Karn"
बाल कहानी विशेषांक
बाल कहानी विशेषांक
Harminder Kaur
बात हमेशा वो करो,
बात हमेशा वो करो,
sushil sarna
4200💐 *पूर्णिका* 💐
4200💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"एक पैगाम देश की मिट्टी के नाम"
Pushpraj Anant
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
बदल जाएगा तू इस हद तलक़ मैंने न सोचा था
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जब अकेले ही चलना है तो घबराना कैसा
जब अकेले ही चलना है तो घबराना कैसा
VINOD CHAUHAN
करूँ प्रकट आभार।
करूँ प्रकट आभार।
Anil Mishra Prahari
गर्मी उमस की
गर्मी उमस की
AJAY AMITABH SUMAN
हौसले के बिना उड़ान में क्या
हौसले के बिना उड़ान में क्या
Dr Archana Gupta
कैसे करें इन पर यकीन
कैसे करें इन पर यकीन
gurudeenverma198
Loading...