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2 Nov 2024 · 1 min read

ख्वाब कैसे कोई मुकम्मल हो,

ख्वाब कैसे कोई मुकम्मल हो,
टूट जाती है नींद आंखों में।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

2 Likes · 15 Views
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