ख्वाबों से परहेज़ है मेरा “वास्तविकता रूह को सुकून देती है”
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा “वास्तविकता रूह को सुकून देती है”
मुझे लगती है जो भी चीज प्यारी वो ये कायनात मुझसे छीन लेती है!!
ख्वाबों से परहेज़ है मेरा “वास्तविकता रूह को सुकून देती है”
मुझे लगती है जो भी चीज प्यारी वो ये कायनात मुझसे छीन लेती है!!