ख्वाइश है …पार्ट -१
ख्वाइश है …पार्ट -१
मेरा शबनम की बूँदो सा हो फ़साना
आपके बहुप्रतीक्षित इंतेज़ार में बेहद सुबह आना
आपका चंद लम्हों बाद धूप सा आना, समाँ जाना
मिट्टी की सौंदी ख़ुशबू सा हमारा महक जाना
निम्नवत् नैसर्गिक लम्हों का लुत्फ़ उठाना……
पक्षियों की चहचहाहट
खिलखिलाते बच्चो की मासूमियत
सैर पर निकलते बुजुर्गों की ज़िंदादिली
खेलते खिलाड़ियों का सुकून
फ़सलो को सहलाती हवाएँ
पेड़ो पर कूद-फाद करते जानवर
आँख मिचौली करते प्रेमियों की हठखेलियाँ😊