खो दिया है उसे हक़ीक़त में
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/e90509ec008e043c2225e103da71d1c7_8ca2611a5efd777d2c7dbfa76f807007_600.jpg)
ज़ब्त को जब भी आज़माया है ।
उतना बेचैन ख़ुद को पाया है ।
खो दिया है उसे हक़ीक़त में ।
बस ख़्यालों में जिसको पाया है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
ज़ब्त को जब भी आज़माया है ।
उतना बेचैन ख़ुद को पाया है ।
खो दिया है उसे हक़ीक़त में ।
बस ख़्यालों में जिसको पाया है ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद