Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Apr 2024 · 1 min read

खो गए हैं ये धूप के साये

खो गए हैं ये धूप के साये
चाँद आ के फ़लक पे बैठा है!!!

115 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shweta Soni
View all
You may also like:
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
महिलाएं अक्सर हर पल अपने सौंदर्यता ,कपड़े एवम् अपने द्वारा क
Rj Anand Prajapati
श्रृंगार
श्रृंगार
Neelam Sharma
अर्थ के बिना
अर्थ के बिना
Sonam Puneet Dubey
उफ्फ,
उफ्फ,
हिमांशु Kulshrestha
बेघर एक
बेघर एक "परिंदा" है..!
पंकज परिंदा
ज़माने की ख़राबी न देखो अपनी आंखों से,
ज़माने की ख़राबी न देखो अपनी आंखों से,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
मैं सोचता हूँ आखिर कौन हूॅ॑ मैं
VINOD CHAUHAN
अधूरी कहानी (कविता)
अधूरी कहानी (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
अब  छोड़  जगत   आडंबर  को।
अब छोड़ जगत आडंबर को।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
उम्मीद का दिया
उम्मीद का दिया
Dr. Rajeev Jain
" चाँद "
Dr. Kishan tandon kranti
आतंक, आत्मा और बलिदान
आतंक, आत्मा और बलिदान
Suryakant Dwivedi
लिखें जो खत तुझे कोई कभी भी तुम नहीं पढ़ते !
लिखें जो खत तुझे कोई कभी भी तुम नहीं पढ़ते !
DrLakshman Jha Parimal
नशा नाश की गैल हैं ।।
नशा नाश की गैल हैं ।।
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
****भाई दूज****
****भाई दूज****
Kavita Chouhan
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
पूर्वार्थ
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
क्या हुआ गर नहीं हुआ, पूरा कोई एक सपना
gurudeenverma198
*युद्ध*
*युद्ध*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रंगों का बस्ता
रंगों का बस्ता
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
सत्य, अहिंसा, त्याग, तप, दान, दया की खान।
जगदीश शर्मा सहज
-शेखर सिंह ✍️
-शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
अर्थ में,अनर्थ में अंतर बहुत है
Shweta Soni
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
वो बाते वो कहानियां फिर कहा
Kumar lalit
क्षणिका
क्षणिका
sushil sarna
3177.*पूर्णिका*
3177.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुमको अहसास
तुमको अहसास
Dr fauzia Naseem shad
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
*अनगिन हुए देश में नेता, अलग मगर थे नेताजी (गीत)*
Ravi Prakash
#प्रेरक_प्रसंग-
#प्रेरक_प्रसंग-
*प्रणय*
जन्मदिन शुभकामना
जन्मदिन शुभकामना
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
Loading...