Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Oct 2024 · 1 min read

खोजते फिरते हो पूजा स्थलों में

खोजते फिरते हो पूजा स्थलों में
जिसको तुम
वह तो वहां भी था जहां तुमने
पाप किये

36 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
*हटता है परिदृश्य से, अकस्मात इंसान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
*प्रणय*
पिछले पन्ने भाग 1
पिछले पन्ने भाग 1
Paras Nath Jha
*संस्कारों की दात्री*
*संस्कारों की दात्री*
Poonam Matia
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
आ जाये मधुमास प्रिय
आ जाये मधुमास प्रिय
Satish Srijan
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
Keshav kishor Kumar
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
चलो गगरिया भरने पनघट, ओ बाबू,
पंकज परिंदा
IPL के दौरान हार्दिक पांड्या को बुरा भला कहने वाले आज HERO ब
IPL के दौरान हार्दिक पांड्या को बुरा भला कहने वाले आज HERO ब
पूर्वार्थ
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
ललकार भारद्वाज
"साहस"
Dr. Kishan tandon kranti
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
लोग मुझे अक्सर अजीज समझ लेते हैं
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
ग़ज़ल _ नहीं भूल पाए , ख़तरनाक मंज़र।
Neelofar Khan
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
सही गलत की पहचान करना सीखें
सही गलत की पहचान करना सीखें
Ranjeet kumar patre
फसल
फसल
Bodhisatva kastooriya
कल आंखों मे आशाओं का पानी लेकर सभी घर को लौटे है,
कल आंखों मे आशाओं का पानी लेकर सभी घर को लौटे है,
manjula chauhan
इंसानों की क़ीमत को
इंसानों की क़ीमत को
Sonam Puneet Dubey
मेरे प्रभु राम आए हैं
मेरे प्रभु राम आए हैं
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
3645.💐 *पूर्णिका* 💐
3645.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
टुकड़े हजार किए
टुकड़े हजार किए
Pratibha Pandey
हिंदी दोहे- पौधारोपण
हिंदी दोहे- पौधारोपण
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
मैं महकती यादों का गुलदस्ता रखता हूँ
VINOD CHAUHAN
हंस रहा हूं मैं तेरी नजरों को देखकर
हंस रहा हूं मैं तेरी नजरों को देखकर
भरत कुमार सोलंकी
जब कोई हो पानी के बिन……….
जब कोई हो पानी के बिन……….
shabina. Naaz
होली
होली
Mukesh Kumar Sonkar
मस्ती का माहौल है,
मस्ती का माहौल है,
sushil sarna
कोई मेरा है कहीं
कोई मेरा है कहीं
Chitra Bisht
Loading...