Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Dec 2021 · 1 min read

खेल ।

आज कल बच्चे बहुत ज्यादा मिस गाइड हो रहें हैं। उन्हें सच्चे गुरु की तलाश है। बच्चों पर माता पिता भी ध्यान नहीं दे रहें हैं। जिससे वह भटक रहे हैं।आज बच्चे भी मोबाइल पर गेम खेलते हैं! जबकि इस उम्र में आउटडोर गेम्स खेलना चाहिए।जो बच्चे मोबाइल पर गेम खेलते हैं। उनके दिमाग का विकास रुक जाता है। और बच्चे आउटडोर गेम्स खेलते हैं,उनका दिमाग बहुत तेज हो जाता है। और दिमाग का विकास भी तेजी से होता है। इसलिए माता-पिता को चाहिए कि अपने बच्चों को मैदान में जाकर कोई भी खेल , खेलने की सलाह दें । क्योंकि आउटडोर गेम्स खेलने के बहुत सारे फायदे हैं। और मोबाइल पर गेम खेलना हमारे शरीर के लिए बहुत हानि पहुंचाते हैं। बच्चे अपने माता-पिता की बात को मानते हैं, तो वह दिनों दिन तरक्की करता है। और बच्चे अपने माता-पिता की बात नही मानता है।वह अपनी मंजिल नही पा सकता है। इसलिए मनुष्य को अपने जीवन में माता पिता को महत्त्व देना चाहिए।

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 4 Comments · 393 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
प्यारा बंधन प्रेम का
प्यारा बंधन प्रेम का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
कुछ लोग हेलमेट उतारे बिना
*प्रणय प्रभात*
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
Neelam Sharma
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
Phool gufran
Dr अरूण कुमार शास्त्री
Dr अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बस कट, पेस्ट का खेल
बस कट, पेस्ट का खेल
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
*बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)*
*बेचारे पति जानते, महिमा अपरंपार (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
दर्पण दिखाना नहीं है
दर्पण दिखाना नहीं है
surenderpal vaidya
मुमकिन हो जाएगा
मुमकिन हो जाएगा
Amrita Shukla
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
सफर पर निकले थे जो मंजिल से भटक गए
डी. के. निवातिया
24/01.*प्रगीत*
24/01.*प्रगीत*
Dr.Khedu Bharti
गुरु अंगद देव
गुरु अंगद देव
कवि रमेशराज
लोगों को जगा दो
लोगों को जगा दो
Shekhar Chandra Mitra
चॅंद्रयान
चॅंद्रयान
Paras Nath Jha
"दास्तान"
Dr. Kishan tandon kranti
यह प्यार झूठा है
यह प्यार झूठा है
gurudeenverma198
अल्फाज़
अल्फाज़
Shweta Soni
नज़्म
नज़्म
Shiva Awasthi
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
प्रेम अंधा होता है मां बाप नहीं
Manoj Mahato
जनता की कमाई गाढी
जनता की कमाई गाढी
Bodhisatva kastooriya
मेरा वतन
मेरा वतन
Pushpa Tiwari
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि
Harminder Kaur
बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ
बदली है मुफ़लिसी की तिज़ारत अभी यहाँ
Mahendra Narayan
सवाल जवाब
सवाल जवाब
Dr. Pradeep Kumar Sharma
हिंदी साहित्य की नई : सजल
हिंदी साहित्य की नई : सजल
Sushila joshi
औरत का जीवन
औरत का जीवन
Dheerja Sharma
थोथा चना
थोथा चना
Dr MusafiR BaithA
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Bus tumme hi khona chahti hu mai
Sakshi Tripathi
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
ये जो आँखों का पानी है बड़ा खानदानी है
कवि दीपक बवेजा
Loading...